ये सूरज का निकलना और, शाम होते ही ढल जाना, बताता है हमें फानी ये सूरज का निकलना और, शाम होते ही ढल जाना, बताता है हमें फानी
कलम ताक़त है न कि कोई कटार, जिसे जब चाहा उतार दिया ,शब्दों के सीने में और कर दिया उन्हें बेजुबान कलम ताक़त है न कि कोई कटार, जिसे जब चाहा उतार दिया ,शब्दों के सीने में और कर दि...
वो इश्क़ कैसा जिसमें बिखरने का डर न हो। वो इश्क़ कैसा जिसमें बिखरने का डर न हो।
जरूरत है नहीं मुझको बड़ा ही कूल कहलाऊँ, जो सच्चा है वही बोलूँ भले इल्ज़ाम करते हो। जरूरत है नहीं मुझको बड़ा ही कूल कहलाऊँ, जो सच्चा है वही बोलूँ भले इल्ज़ाम करते...
दिल को बहलाने आ गई दिखाने झूठी एहसान। दिल को बहलाने आ गई दिखाने झूठी एहसान।
उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम। उठो 'मानव' निन्द्रा तोड़ो 'किरण' का तुमको आया पैग़ाम।