विविधता में एकता
विविधता में एकता
विविध रंग विविध रूप
विविध जाति विविध स्वरूप
विविध भाषा विविध बोल
विविध खाना विविध खेल
विविध रीति रिवाज विविध पोशाक
विविध तीज त्योहार विविध भौगोलिक निवास
विविध ऋतुएं विविध सामाजिक परिवेश
विविध है जहां सभी ऐसा अपना देश
फिर भी सब एक सूत्र में है बंध जाते
साथ साथ बढ़ते, सब उन्नति ही पाते
जहां सभी नागरिक है समान,
स्वतंत्रता है जिनकी शान
जहां शोषण के विरुद्ध है संग्राम,
सब के धर्म का है सम्मान,
जहां है विविधता में एकता,
ऐसा प्यारा अपना भारत देश है महान।
