STORYMIRROR

Manu Sweta

Tragedy

4  

Manu Sweta

Tragedy

विज्ञान

विज्ञान

1 min
385

विज्ञान वरदान है या अभिशाप 

ये कैसे तय करेंगे आप

जिस तरह ये हमारे लिए 

गैजेट्स बनाता है

हम सबके काम को 

आसान बनाता है

कैसे मोबाइल के द्वारा हम

लोगो से जुड़ जाते हैं

वीडियो कॉल के जरिये

हम आमने सामने बात करते हैं

लेकिन ये मोबाइल जब से आया

अपनो को अपनो से दूर ले गया

बच्चो को गेम की लत लग गयी

बस घर मे रहने की आदत हो गयी

अब कोई खेल कहाँ सुहाता है

वो दोस्तो का साथ कब भाता है

केवल आभासी दुनिया मे जीते हैं

अपनी ही बनाई दुनिया मे जीते हैं

क्या होगा इन सबका अंजाम 

अब तो सबका भला करे राम।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy