Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Anup Kumar

Inspirational

4.8  

Anup Kumar

Inspirational

वीरों की टोलियाँ

वीरों की टोलियाँ

1 min
1.4K


लो निकल पड़ीं फिर, वीरों की टोलियाँ ,

झंकृत होने लगीं, जय हिंद की बोलियाँ ,

सरहद पार तोपें अब, उगलेंगी गोलियाँ ,

दहनकरने दुश्मनों का,जलेंगीअब होलियाँ।


वीरों के हृदय लहू, कर रहा अठखेलियाँ ,

व्यग्र हुआ नष्ट करने, शत्रु की रंगरेलियाँ ,

नापाक मंसूबे उसके,पस्त होकर ही रहेंगे,

थर्रा उठेंगी सभी , बैरी की हवेलियाँ ।


शांति- हित कपोत अब तक,उड़ाए हमने बहुत,

सिंह-सी दहाड़ ही अब, बनेगी इसका सबब ,

कोई भी मुगालता ,शेष न रहेगा अब -

भीख को भी तरसेंगी, तुम्हारी अब झोलियाँ।


फौलादी हैं मंसूबे जो , कोई अब न तोड़ पाएगा ,

छल कितनाभी कर ले चाहे,सफल नहीं वह हो पाएगा,

दर्प तुम्हारा एक दिवस तो , चूर -चूर हो ही जाएगा ,

सुलझ कर ही रहेंगी अब , अबूझ जो पहेलियाँ।


लो निकल पड़ीं फिर, वीरों की टोलियाँ।

झंकृत होने लगीं, जय हिंद की बोलियाँ।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational