दीप सा प्रज्वलित हो...
दीप सा प्रज्वलित हो...
दीप सा प्रज्वलित हो हर भारतवासी प्रफुल्लित हो।
दीपावली को ही नहीं सिर्फ रोशन रहे हमारी ये धरा,
हर दिन भी दीप सा रोशन अपने वतन का प्रतित हो।
मैं, तुम और हम सब मिलकर जो ठान लें इक बार फिर,
नफ़रत मिटे जहां से हर ओर दिलों में उजागर प्रीत हो।
जगमजगम जब दीपमाला नज़र आएगी हर तरफ,
विश्व का हो कल्याण सब दुआ करें यही सदा हमारी रीत हो।
ऐसी दीपावली फिर जो हम सब मिलकर मनाएंगे हर बार,
हारेगी फिर बुराई और सदैव सत्य और अच्छाई की जीत हो।