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MS Mughal

Abstract Romance Fantasy

3  

MS Mughal

Abstract Romance Fantasy

वहीं लन तरानी

वहीं लन तरानी

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सर ए शब है जलवा गर, वहीं लन तरान वहीं लन तरानी

पूर खुमार नशा तरीं चश्मे, वहीं खिराम वहीं खुश खिरमी


लन तरान ( शैखिया ) 

लन तरानी ( शैखिया बघारना , डिंग मारना ) 

खिराम ( सुंदर चाल ) 

खुश खिरमी ( सुंदर चाल चलन ) 


अजब माजरा है ये भी के, रुख ब रुख रू ब रू है अदा

वही अंबार ए मय, वहीं जाम ए रवान वहीं जाम ए रवानी 


जाम ए रवान ( जाम का बहना ) 

जाम ए रवानी ( जाम बहाने वाला ) 


मशरीक ओ मगरिब ओ जुनूब ओ शमाल रौशन माहरू

वहीं मेह जबीं, वहीं माह ए हिलाल वही माह ए हिलाली


मशरीक ( पूर्व दिशा ) 

मगरिब ( पश्चिम दिशा ) 

जुनूब ( दक्षिण दिशा ) 

शमाल ( उत्तर दिशा ) 

माह ए हिलाल ( नया चांद ) 

माह ए हिलाली ( नए चांद की रौशनी ) 


देख तसव्वुर में जलवा गर को फ़ैज़ पा लेता है हसन 

वहीं हम नफस ओ वहीं हम कलाम वहीं हम कलामी



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