राह हमें जिसने दिखलाई, और मंजिल तक पहुँचाया, अफसोस नाम उसका, जुबां पर कभी न आया। राह हमें जिसने दिखलाई, और मंजिल तक पहुँचाया, अफसोस नाम उसका, जुबां पर क...
आने वाली नस्लों से तुम कैसे नज़र मिला लोगे अभी महज ये एक सपना है आने वाली नस्लों से तुम कैसे नज़र मिला लोगे अभी महज ये एक सपना है
अब तो सब बड़े अधूरे और वीराने से हो गए, ये गली मोहल्ले, बहुत सुनसान से हो गए। अब तो सब बड़े अधूरे और वीराने से हो गए, ये गली मोहल्ले, बहुत सुनसान से हो गए।
हमारा प्यारा त्योहार आया है क्योंकि दोस्तों होली का त्योहार आया है। हमारा प्यारा त्योहार आया है क्योंकि दोस्तों होली का त्योहार आया है।
जहाँ परिवार में दो बातें आधार होगी पहला लगाव एक दूसरे से भरपूर होगा। जहाँ परिवार में दो बातें आधार होगी पहला लगाव एक दूसरे से भरपूर होगा।
ढूंढती हूं जो कहीं उसे, यादों के अंबार में नज़र आता है। ढूंढती हूं जो कहीं उसे, यादों के अंबार में नज़र आता है।