वादा
वादा
वादा - एक छोटी सा लफ्ज़,
शायद इसके तलाई से हम बेखबर हैं...
ना परवाह किया नतीजा और
बेझिझक वादा करने में हम मसरूफ हैं...
हो - गर हिम्मत वादा निभाने की,
जिंदगी जीने की वजह दिलाती है....
वरना ये झूठे वादें ,
अक्सर जिंदगी तबाह कर देती है...
मगर सच तो यह भी,
मुश्किल है हर वादे को निभा पाना....
क्यूं की लाज़मी है इनका टूट जाना...
अक्सर खुद से किया वादा भी ,
हम भूल जाते हैं....
फिर क्यूं, ना निभाने से
औरों पर इल्ज़ाम लगाते हैं....
इरादा नेक ना हो तो
कोशिश होगी वादों से मुकर जाने की...
हो नियत सच्चा तो कोशिश रहेगी,
हर हाल में उस वादे को निभाने की