उनको मेरी आशिकी पसंद है
उनको मेरी आशिकी पसंद है
उनको मेरी आशिकी पसंद है
वो मेरी हां ,मेरी पसंद है
सारे जमाने से लड़कर आ गए
बस तू ही जान मेरी और तू सनम है
उनको मेरी आशिकी पसंद है।
कर याद पेड़ की छांव में बैठे थे
थके हारकर तेरी गोद में लेटे थे
खूबसूरत सी सुबह आई फिर
जब चांदनी रात से होके गुजरे थे
तेरे चेहरे की वो रौनक आज भी नजरबंद है
उनको मेरी आशिकी पसंद है।
किस्मत में मेरी रब ने तुझे है लिख दिया जो
तेरे आंचल में मेरा प्यार बस गया जो
बेहतर हुई है जिंदगी तेरे आने से
मेरी जिंदगी का रहनुमा तू बन गया जो
तेरी सादगी आज भी रजामंद है
उनको मेरी आशिकी पसंद है।
अब तू सुन ले मेरी बातों को
तेरे सपने आते हैं रोज रातों को
तुझसे होके जुदा खो सा जाता हूं
ऐसा लगता है खुद से अजनबी हो जाता हूं
अब तू ही मेरी सांसों महकती हरदम है
उनको मेरी आशिकी पसंद है।