तेरे सिवा किसी को जाना नहीं
तेरे सिवा किसी को जाना नहीं
उनको यूँ ही छोड़ के जाना नही
उनसे मुँह मोड़ना मैंने जाना नही
वो मुझे लाख गम दे दें मगर
उनसे बेवफाई करना मैंने जाना नही
मैं सफर में रुका हूँ उनके वास्ते
तू अब भी चली आ मेरे रास्ते
हैं बहुत मोड़ पर तू भटकना नहीं
यूँ ही सफर में छोड़ना मैंने जाना नही
पास आओ मेरे तेरा दीदार कर लूँ
तुझको सवारूँ ,बस तुझे ही प्यार कर लूँ
आज चाँद भी मेरे चाँद के सामने है फीका हुआ
सिवा तेरे तारीफ करना किसी की जाना नही
मुझको तू इश्क में जायज लगे
बाकी सब मुझे नाजायज लगे
जिंदगी जी रहा हूँ बस तेरे नाम से
तेरे सिवा किसी का नाम जाना नहीं।