चश्म ए मय खाना उनका
चश्म ए मय खाना उनका
खुमार ए इश्क़ से लबरेज़ चश्म ए मय खाना उनका
रहे आबाद ता कयामत, नर्गिस ए मय खाना उनका
कुछ तो बात है अजब हुस्न मैं तेवर दिखाना उनका
बे पर्दा आए नज़र यूं अंदाज़ ए बे हिजबाना उनका
हुस्न ए माह से दमकता यूं सनम खाना उनका
निगाह ए शमशीर से है आबाद कत्ल खाना उनका
दर ब दर आए नज़र वो रू ए बे हिजबाना उनका
दर ब दर आए नज़र सरापा ए हूर नज़र आना उनका
सुना रहा शौक़ से 'हसन' दिलकश अफसाना उनका
है शमअ ए बज़्म उनकी मैं शमअ ए परवाना उनका।