उड़ान
उड़ान
उड़ान हौंसलों की हो तो
कुछ भी उड़ाया जा सकता है।
बाजुओं में हो दम, हाथों में हो ताकत
हर मुश्किल को आसान किया जा सकता है।
बचपन में जो उड़ाए थे स्वच्छंद जहाज
न सोचा था कभी जहाज उड़ाया जा सकता है।
बचपन में होड़ होती थी ऊँचा उड़ाने की
आज ऊँचाई से देखता हूँ कैसे उड़ाते थे हम।
जो मजा उस जहाज को उड़ाने में था
वो स्वच्छंद उड़ान असल जीवन में कहाँ हो सकती है।