तू मेरी चाहत
तू मेरी चाहत
तुमको हॅंसाना चाहता हूँ हमेशा, चाहे मैं हॅंसू - न हॅंसू
खुशियों की बारिश तुमपे करूँगा हमेशा, चाहे मैं जियूॅं या मरुॅं
हो जाये कुछ भी, दूंगा मैं तुझे दुनिया की सारी जन्नतें
लेना पड़े मुझे चाहे जनम दुबारा, चाहे मैं रहॅं न रहूॅं।
यह दौर भी ज़िन्दगी का निकल जायेगा इतना भरोसा रखना
आज गम है तो कल आएगी ख़ुशी इतना भरोसा रखना
अपने सारे गम दे दो मुझे, आदत है गम सहने की
मैं खुशियाॅं तो क्या जिंदगी तेरे नाम कर दूॅं इतना भरोसा रखना।
साथ दे न दे कोई तुम्हारा, तुम परवाह मत करना
यह ज़िन्दगी दे दूॅं तेरी ख़ुशी के लिए, तुम परवाह मत करना
तमन्नाएॅं सारी ज़िन्दगी की मैं तो भुला बैठा
बस देनी है तुमको ख़ुशी - कैसे? तुम परवाह मत करना।
ना बंदिशे डालना चाहता हूँ तुमपे ना पैरो में बेड़ियाॅं
क्यों की देख नहीं सकता मैं तेरे जीवन में कोई भी हथकडियाॅं
गलत से दर गई हो, पर सही तो तुम्हारे साथ ही है
तोड़ दूंगा मैं तुम्हारी खुशियों के लिए, दुनिया की सारी ज़नज़ारियाॅं।
मेरी बनो, ना बनो - मुझको गम कोई नहीं
प्यार करूँगा तुझको और चाहूंगा, मुझको कोई गम नहीं
दोष नहीं होता जहाँ, गलतियाॅं वहीं हो जाती है
वरना दुनिया में तो हम भी कही किसी से कम नहीं।