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Amit Singhal "Aseemit"

Romance Fantasy

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Amit Singhal "Aseemit"

Romance Fantasy

तो इश्क़ कर लेना

तो इश्क़ कर लेना

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तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे अपने सीने में अपना दिल,

संभाला न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें किसी का ज़िक्र,

कभी न रुलाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें रातों को चैन से,

सोना न भाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें चैन की ज़िंदगी जीना,

ज़रा भी न सुहाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हारे ख़्यालों में आकर,

तुम्हें कोई न सताता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हारी आँखों से नींदें,

कोई चुराकर न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें नींद में किसी का ख़्वाब,

रोज़ आकर न जगाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें बरसात के दिनों में, 

किसी का ख़्याल न आता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

बारिश में भीगते हुए किसी के साथ,

होने का मलाल न आता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें भूख लगने पर, 

तुमसे कुछ खाया जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें प्यास लगने पर, 

पानी पीने का होश रहता हो,

तो इश्क़ का लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें कुछ कर गुज़र,

जाने का जोश रहता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें रात को जागकर, 

चाँद तारों से बात करना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें हमेशा हर दम,

एक खुमारी में रहना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें बिछड़ने का ग़म,

महसूस और सहन करना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें किसी की यादों में,

हर पल खोये रहना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें खुली आँखों से भी,

हर लम्हा सोये रहना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुम्हें किसी के दूर जाने के,

ग़म में तड़पना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुम्हें किसी को देखने की,

चाह में तरसना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


किसी के पास न होने पर,

तुम्हें यादों की आग में जलना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

किसी की मीठी बातों में आकर,

तुम्हें ख़ुद को छलना हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


तुमसे अपने सीने में अपना दिल,

संभाला न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।

तुमसे सुकून से जिया न जाता हो,

तो इश्क़ कर लेना।


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