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सोनी गुप्ता

Abstract

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सोनी गुप्ता

Abstract

तुम्हें एक नजर देख लेते

तुम्हें एक नजर देख लेते

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तुम्हें एक नजर देख लेते तो

हर जख्म भर जाते, 

किसी बहाने से ही सही

तुम हमसे मिलने तो आते, 


माना कि तुम्हें हमसे अब कोई

मतलब नहीं रहा है

पर गैरों से ही सही

 मेरा हाल तुम पूछकर तो जाते, 


चलो अच्छा हुआ

तुम जैसा कोई तो गैर निकला , 

अगर सब अपने ही हो जाते

तो बेगाने कहाँ जाते !! 


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