हर दफ़ा काम आये ये बेगाने से रिश्ते हर दफ़ा काम आये ये बेगाने से रिश्ते
जब अपने बेगाने हो जाते हैं तब हर बात दिल को चुभती है। जब अपने बेगाने हो जाते हैं तब हर बात दिल को चुभती है।
चोट परायों ने नहीं अपनो ने दी अब और क्या लिखूं मैं सब कुछ तोह तुम जानते हो। चोट परायों ने नहीं अपनो ने दी अब और क्या लिखूं मैं सब कुछ तोह तुम जा...
हर कोई जश्न मना रहा था हम खड़े बेगाने महफ़िल में हर कोई जश्न मना रहा था हम खड़े बेगाने महफ़िल में
बेवजह किसी पर ऐतबार जताते हैं ये क्यूँ किसी को अपना बनाते हैं ये। बेवजह किसी पर ऐतबार जताते हैं ये क्यूँ किसी को अपना बनाते हैं ये।
न अस्तित्व का एहसास न जीने का अंदाज जो कभी चाहता था अनुभवी शूज़ में फिट बैठना अब उनसे ही बेगाना... न अस्तित्व का एहसास न जीने का अंदाज जो कभी चाहता था अनुभवी शूज़ में फिट बैठन...