तुम्हारे आने से
तुम्हारे आने से
ये जो नम आंखो का सूनापन है,
तुम्हारे आने से कुछ कम हो जाएगा।
दिल में उमड़ते हजारो जज्बात,
तुम्हे देखकर शांत हो जाएंगे।
मेरे लबो की खोई मुस्कराहट,
गुलाब की पंखुड़ी सी खिल उठेगी।
लफ्ज़ जो जुबां पर आते आते,
कहीं दबकर रह जाते थे,
तुझसे बात करके वजूद पाएंगे।
दो चार लम्हे की मुलाकात दे जाओगे,
मेरे चेहरे पर जिन्दगी भर की मुस्कराहट दे जाओगे।
जिन्दगी की तमाम रुसवाईयों को ,
रूखसत करने की वजह बन जाओगे।
वक्त भले ही न थमेगा कभी,
तुम मेरी सांसो में हमेशा ठहर जाओगे।
अजीब सी हो गई जिन्दगी में,
कुछ मीठे लम्हों का एहसास करा जाओगे।