तुम्हारा आना..!
तुम्हारा आना..!
तुम्हारा आना मानो
बारिश के बूँदों का स्पर्श पा
प्रकृति का पोर पोर खिल जाना..!!
तुम्हारा आना मानो
बारिश के बूँदों का स्पर्श पा
प्रकृति का पोर पोर खिल जाना..!!