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Brijlala Rohan

Romance

4.5  

Brijlala Rohan

Romance

तुम पास हो न मेरे

तुम पास हो न मेरे

1 min
358


सारे गम भूला देते हैं,

सारी चिंताएं मिट जाती हैं 

जब इसका एहसास मेरा दिल मुझे कराता है -

कि तुम साथ हो न मेरे !

तुम पास हो न मेरे !


सारी खुशियां लौट आती हैं ,

मुस्काती कलियां खिल जाती हैं 

मेरी दुनिया जब मेरे करीब आती है!

जब भी विचलित होता है ज़रा भी  मेेरा मन ,

अंदर से आवाज उम्मीद बन निकल आती है--

तुम साथ हो न मेरे !

तुम पास हो न मेरे !


सारी दुनिया भले ही खिलाफ क्यों न हो जाए हमारे !

सारी दरवाजें दुनिया की बंद क्यों न हो जाए हमारे लिए!

पर इसका एहसास मेरा दिल मुझे जब कराता है कि-

एक दीवानी के दिल की दरवाजा हर पल खुला है मेरे लिए!

निराशा में भी आशा की किरण आखिर देख ही लेता हूं हरपल ।

क्यूंकि तुम साथ हो मेरे !

तुम पास हो मेरे !

तुम बनी ही हो सिर्फ मेरे लिए ,

और मैं जीता सिर्फ तेरे लिए।।

  



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