तुझसे शोणा यार मिला है, यार! ति'रे जाने के बाद
तुझसे शोणा यार मिला है, यार! ति'रे जाने के बाद
मुस्तकबिल भी भूल चुका हूँ मैं उसके आने के बाद
तुझसे शोणा यार मिला है, यार! ति'रे जाने के बाद
अब जब तक भी ज़िन्दा हूँ मैं, उसका हूँ, उसका ही हूँ
तुम अपना हिस्सा ले जाना मेरे मर जाने के बाद
समझाते - समझाते मुझको हार गये पण्डित, काजी
मैंने सारी बातें समझी, ख़ुद को समझाने के बाद
तेरी आँखों से जब निकला सागर सा ठहरा हूँ मैं
दीवाने ही चुप रहते हैं अक्सर मयखाने के बाद।

