तुझे क्या लिखूं?
तुझे क्या लिखूं?
तुझे सोचूं और फिर कुछ लिखूं,
चल तू ही बता जज़्बात लिखूं या हालात लिखूं…
तेरे इश्क को अपने संग लिख दूं,
या तुझसे जुड़ी हर चीज को बुनियाद लिख दूं…
पहले तुझे देखूं और फिर तेरी यादें लिखूं,
तेरी तारीफ करूं या तुझसे मिलने की कोई फरियाद लिखूं…
तेरे साथ अपने हर सफ़र को आबाद लिखूं,
या तनहाई में गुज़रे, वो हर पल को बर्बाद लिखूं…
तुझे दिन या रात का किस्सा लिखूं,
या, तुझे भी मेरा ही एक हिस्सा लिखूं …
तुझे एक प्यारा सा एहसास लिखूं
या चल तू ही बता, आज फिर किस बात को ख़ास लिखूं…
✍🏻 शुभम आनंद मनमीत

