तपता सूरज गर्म हवाएं
तपता सूरज गर्म हवाएं
तपता सूरज गर्म हवाएं
जिंदगी मौसम की दो अदाएं।।
खुशियों का तपता सूरज
लबों पे लाली चेहरे पे मुस्कान।।
घने केशों से टपकती शबनम
सी बूंदें जिंदगी के चाहतों के
इंतजार का सफर जज्बा गरम।।
जिंदगी का अग्नि पथ
फौलाद इरादों का इंसा
पथ विजय का मतवाला हस्ती
मस्ती।।
कहीं हाल बेहाल सूखे होंठ
बिखरी जुल्फें उखड़ा चेहरा
दुखड़ा बेहाल।।
तपते सूरज का आलम
नश्तर सी चुभती गर्म हवाएँ
बिखरते इंसा के जज्बात।।
शुरखुरु ठोकरों का अंदाज
इंसान के इम्तिहान तमाम जाता
थक हार बार बार ।।
घुट घुट कर जीता जीवन
का अग्नि पथ लम्हा लम्हा।।
अग्नि ज्वाला से लथ पथ
मकसद के पथ से भटका
खोया खोया हैरान।।
