शोख़ियों में घुली शबनम, थोड़ी मासूम, थोड़ी नर्म, कभी चहकती, कभी बहकती, शोख़ियों में घुली शबनम, थोड़ी मासूम, थोड़ी नर्म, कभी चहकती, कभी बहकती,
जब तुम्हारे लिए मन्नत मांगी थी, जब तुम्हारे लिए किस्मत जागी थी, जब तुम्हारे लिए जन्न जब तुम्हारे लिए मन्नत मांगी थी, जब तुम्हारे लिए किस्मत जागी थी, जब तुम्हार...
मेरे प्यार की खुशबू हर और महक रही है, शायद वो मेरे नाम कि मेंहदी लगा के निकली है। मेरे प्यार की खुशबू हर और महक रही है, शायद वो मेरे नाम कि मेंहदी लगा के निकली...
जैसे बंजर जमीन पर, कोई गुलशन बन जाये ! जैसे बंजर जमीन पर, कोई गुलशन बन जाये !
हर दम मेरा हाथ थामे संग-संग चले तेरा साया तेरी हमनवाज़ी पे मैं वारी ओ साहिबा...।। हर दम मेरा हाथ थामे संग-संग चले तेरा साया तेरी हमनवाज़ी पे मैं वारी ओ साहि...
हर सुबह मेरे अश्रु शबनम बन जाते हैं घास पर बिखर जाते हैं। हर सुबह मेरे अश्रु शबनम बन जाते हैं घास पर बिखर जाते हैं।