थोड़ा सा पर थोड़ा दर्द तो है
थोड़ा सा पर थोड़ा दर्द तो है
खाब तो कई बार देखें है,
चोट तो कई बार लगी पर
इस बार दर्द कुछ ज्यादा है,
खाब में ही सही तुझे हमेशा
साथ चाहा है,
लगता है इस बार ये खाब
बहुत बुरा होने वाला है।
थोड़ा सा पर थोड़ा सा दर्द तो है,
तेरे जाने से थोड़ा सा दर्द तो है,
तेरे वापस न आने से थोड़ा
सा दर्द तो है,
तेरा हँसता हुआ चेहरा न देख
पाने का दर्द तो है,
तेरे रूठ जाने पर दर्द तो है,
तेरे लास्ट सीन का ऑनलाइन
न होने का दर्द तो है,
मरे मैसेज के अनसीन
होने का दर्द तो है,
तेरी बातों में छुपे प्यार को न
पहचान पाने का दर्द तो है,
तुझ से बात न कर पाने का
दर्द तो है,
तेरी आँखों के इशारे न
समझ पाने का दर्द तो है,
तेरी आँखों की गहराई न
जान पाने का दर्द तो है,
तेरे साथ कुछ लम्हें न
जी पाने का दर्द तो है,
जल्दबाज़ी में तेरा दिल
दुखाने का दर्द तो है,
तुझे सीने से न लगा पाने
का दर्द तो है,
देखता हूँ की कहीं व्हाट्सएप्प
पे ब्लॉक तो नहीं किया,
वहीं तुम्हारे दिल से ब्लॉक्ड
हो जाने का दर्द तो है,
अब इस दर्द के साथ ही जीना है,
क्यों की,
थोड़ा सा पर थोड़ा दर्द तो है ।