तेरी तस्वीर
तेरी तस्वीर
दुनियादारी भूल जाता हूँ,
जब पास होती हो तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।
सपना तेरा सजाता हूँ,
यादों में रहती हो तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।
तेरे बिन जीवन अधुरा,
मेरे जिन्दगी के पूरक तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।
तेरे संग बिताएं वो दिन,
हर पल याद आती तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।
तुम साथ नहीं हो फिर भी,
सामने होने का एहसास दिलाती तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।
सब कुछ पा लूँगा उस दिन,
जब साथ मेरा दोगी तू।
तेरे तस्वीर का क्या करूँगा,
रोज ख्वाबों में आती हो तू।