तेरी नज़र में प्यार क्या है
तेरी नज़र में प्यार क्या है
हरकतों से लगता है प्यार करते हो पर
तुम तो दोस्ती का नाम दे जाते हो
साथ होने पर ज्यादा ही फिक्र करते हो
और लोगों के सामने इसे दोस्ती बताते हो
देर रात तक मुझसे बातें करना
सुबह होते ही मुझसे आकर मिलना
लोगों के चिढ़ाने पर मेरा शर्माना और
तुम्हारा कुछ ज्यादा ही चिढ़ना
बड़ी बड़ी गलतियों पे कुछ ना कहना
मेरी हरकतों को चुपचाप सहते रहना
ख्याल तो खूब नजाकत से रखना
शादी किसी गैर से ना करुं कहते रहना
मेरी परेशानी में काम छोड़कर चले आना
मैं बीमार रहूं तो खुद के घर पर ना जाना
अगर तुम इसे दोस्ती कहते हो तो
प्यार क्या होता है जरा मुझे भी बताना
आखिरी सफर तक तेरा साथ चलना
मेरे देखने से ही तेरा यूं मचलते रहना
मेरे लिए तो ये सब ही प्यार हैं पर
तेरे लिए प्यार क्या है जरा फिर से कहना!