STORYMIRROR

DEVSHREE PAREEK

Romance

4  

DEVSHREE PAREEK

Romance

तेरे वज़ूद में शामिल…

तेरे वज़ूद में शामिल…

1 min
619

घुटन,

शिकस्त,

तन्हाई का दौर

जब तुम्हें सताएगा…

हर कदम पर

ज़ोरों से पकड़ा

मेरा हाथ याद आएगा…

यह न सोचना

कभी कि मुकद्दर में

कितने गम हैं …

हर मुश्किल में

साथ हैं

ये क्या कम है…

ना देखना

खुद को

औरों के आईने में…

तेरे वज़ूद में

शामिल

तू मेरा अक्स पाएगा…


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance