तेरे ही हाथों में
तेरे ही हाथों में
तेरे ही हाथों में तेरी तीर कमान है,
साध निशाना लक्ष्य तेरी पहचान है,
हस्ती तेरी अभी बेखौफ है,
साथ तेरे तेरा ही विवेक है,
हरकते करने दो दिल में हौसले के तूफान को,
तमन्नाओं का शहर फिर चाहे पूरा आसमान हो,
बुलंद कर लो फिर अपनी मंज़िल कामयाबी वाली,
इरादों से हुंकार लो अब है बारी तुम्हारी आने वाली ,
चल रफ्तार पकड़ चलने का सिलसिला बरकरार कर,
सब दर्द अपने सीने में भर कर सपनों के तरफ ,
सफर फिर एक बार कर,
याद रख यही जीवन की मूल सीख है,
मन के हारे हार है मन के जीते जीत है।