Registered Pharmacist (WBPC) शब्दों के आसमान में उड़ता परिंदा होना चाहते हैं, बेशक कुछ ख़्वाब मारे गए है मेरे पर कोरे कागज़ पे उतार कर हर दर्द अपने सीने का फिर इस जहान में जिन्दा होना चाहते हैं! --- रानी साह ✍
पर एक सुबह पाखी की ख्वाहिशें अधूरी दस्तान में सिमट सी गयी पर एक सुबह पाखी की ख्वाहिशें अधूरी दस्तान में सिमट सी गयी