तेरा नाम
तेरा नाम
हलचल सी मची है इस दिल में
गुमनाम अब रेहने लगा हूँ
कलमा खुदा का भुल गया अब
नाम तेरा बस पढने लगा हूँ
मेरे निंदो मे भी ख्वाब है तेरे
तेरे दर पर खिली है सुबह
ढले है शाम सवेरे
मैने छोड दी जन्नते सारी
आयत तेरी करने लगा हूँ
कलमा खुदा का भुल गया अब
नाम तेरा बस पढ़ने लगा हूँ।

