तारूफ
तारूफ
तारुफ हुए हैं तेरी ये उसकी मेहर कोई
आशिक हुए जो तेरी यह अजब करामात कोई
जितना जानू उतना खो जाऊं
बेसब्र इस जुदाई का अंजाम हो तू
मेरे जुस्तजू का संगम हो तू।
तारुफ हुए हैं तेरी ये उसकी मेहर कोई
आशिक हुए जो तेरी यह अजब करामात कोई
जितना जानू उतना खो जाऊं
बेसब्र इस जुदाई का अंजाम हो तू
मेरे जुस्तजू का संगम हो तू।