**कुछ नही किया**
**कुछ नही किया**
हम खो गए थे उसने नशा कुछ नहीं किया
थे दिल के मारे हमने पता कुछ नहीं किया।
गिरते है लड़खड़ा के संभल पाते क्यूँ नहीं
महबूब ने हक़ में मेरे अदा कुछ नहीं किया।
कर्ज़ा चढ़ा के इश्क का चुकाया नहीं गया
महफ़ूज रखा है दिल में फ़ना कुछ नहीं किया।
उसमें थे हम कही और उसमें ही गुम रहे
कैसे कहें कि उस ने अता कुछ नहीं किया।
करती है खूबसूरत जो "नीतू" भूल बड़ी-बड़ी
सब प्यार में है माफ़ मना कुछ नहीं किया।