स्वस्थ जीवन हमारा संकल्प..!
स्वस्थ जीवन हमारा संकल्प..!


कितने आधुनिक हो गए हँ हम
कैसी कर ली हमने अपनी सेहत और सोच..?
अजीब हो गई है हमारी जीवन शैली,
बर्गर../ पिज्ज़ा.. / मैगी.. /
और खाते रहते जब तब चाउमिन
सादा भोजन में दिखे हाजर मिन (कमी)
ना करे कोई कसरत ना करते भाग-दौड़
मिले जो उसको बस खाते ताबड़ तोड़,
आराम की ज़िंदगी काटना लगता है इनका प्रिय शगल (शौक)
माथे पर तब दिखे चिंता की लकीरे
जब हज़ार बिमारियाँ आकर इनको घेरे,
शुगर, रक्तचाप, हृदय पक्षाघात ( हार्ट अटैक)
और भी है बिमारियाँ तमाम..!
किस किस का जिक्र करूँ क्या क्या सुनेंगे आप..!
फिर आती है डॉक्टर और न्यूट्रिशियनस् की याद
कसरत योगासन और
य
ाद आये प्रातःकाल की शुद्ध ताज़गी भरी हवा मेरे बाप..!
पूछे तब करके फोन पे फोन
क्या करूँ क्या नहीं ये बताये कौन..?
याद आया तब सबको बैलेंस डाइट
और..
पाँच लीटर पानी. . /
सलाद भी है खानी
सुब्ब शाम की दौड़ और
अब आराम छोड़ मेहनत करेंगे जी तोड़..!
क्यों ना हम भी ले ये संकल्प
मेहनत कर और समय पर ले भोजन
सोने का भी हो समय तय
मोबाइल और टेलीविजन को रात 10 के बाद बोले अब बस
सेहत हमारा है क्यों करे इसे खराब..?
पैसे का ना हो दुर्पयोग और दूर रखें ख़ुद से शराब..!
रहेंगे जब हम स्वस्थ
मन में रहेगा उमंग और जीवन में आनंद..!
ना रखना कोई दूजा विकल्प
स्वस्थ हम और मन हो हरा भरा..!