स्वप्निल दृश्य
स्वप्निल दृश्य
प्रिये
तुम्हारे लिए
शब्द काफ़ी नहीं हैं ,
दिल के जज़्बात भी
भीतर से बहने चाहिए ,
अनंत सागर की गहराई से
मन की भावनाएं छूते हुएं
खोल दिया मस्तिष्क की रेखाएं
नेत्र समक्ष स्वप्निल दृश्य लेकर
उज़ागर किया संपूर्ण स्नेह भाव!