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shekhar kharadi

Romance

3  

shekhar kharadi

Romance

क्षणिका

क्षणिका

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छोटी छोटी बातों में

रूठ कर जाना उसका

दौड़कर मनाना मेरा

कितना प्यारा संगम है ,

हृदय से हृदय तक

श्वास से श्वास तक

केवल तुम्हें....,

जोर-जोर से पुकारना !

अंतःकरण की आवाज तक

पुनः मिलन की आस तक ।


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