प्रेम का स्पर्श
प्रेम का स्पर्श
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इन फूलों में, इन खूश्बूओं में
मिला है प्रेम का स्पर्श
श्वास से शुद्ध होकर ,
हृदय से विस्तृत होकर
जीवन पथ सुगम बनाने ।
इन वनों में, इन झरनों में
दिखा है सौंदर्य का जल
नैनो से नैन मिलाकर ,
दृष्टि से दृश्य मिलाकर
बहा गहन शांति पाने ।
इन पेड़ पौधों में, इन धूप छांव में
खिला है हृदय का बगीचा
मन से तृप्ति पाकर ,
तन से शक्ति पाकर
अतुल्य आंनद बांटने ।