सूनेपन में गाती
सूनेपन में गाती
अमावस सी जिंदगी में चाँदनी हो,
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो !
तुम चंचल, निश्छल, निर्मल मन,
परिमल, स्नेहिल और कोमल तन,
उत्साहरहित धूमिल जीवन,
प्रेरित है तुमसे हर क्षण क्षण
तन्हाई के असीम सरोवर में
तुम एक शुभ्र हंसिनी हो !
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो !
प्यार भरा अनुपम ह्रदय
अनुराग लुटाने को आतुर है,
और ये तेरे अम्बुज कर
निस्सीम मदद को तत्पर है
परछाईं भी साथ रहे न जब
तब तुम्हीं एक संगिनी हो !
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो !
अपने निश्चय में दृढ प्रतिज्ञ,
अपनी बातो पर तुम अडिग,
अपने अकाट्य तर्कों से,
कर देती हो मुख बंद क्षणिक,
भोली भाली पर उत्साही
यामिनी में भी तुम रोशनी हो !
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो !
तुम राधा जैसी मतवाली हो,
मीरा जैसी दीवानी हो,
प्रेम में आहुति करने वाली,
स्नेह में बड़ी सयानी हो ,
प्रेम में जीनेवाली, घुटनेवाली,
प्रेम की तुम जोगिनी हो !
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो !
अमावस सी जिंदगी में चाँदनी हो,
सूनेपन में गाती तुम एक रागिनी हो।

