सुनो इश्क़ करोगे क्या?
सुनो इश्क़ करोगे क्या?
सुनो इश्क़ करोगे क्या
सुना है इंसान को मज़बूत बनाता है,
सुना है तन्हाई में भी साथ निभाता है,
कहते हैं लोग तपती धुप में भी सुकून देता है,
औंस की बूँद पर गिरी अर्णिमा सा है इश्क़
ऐसे कहते हैं सब
खामोश रहकर भी इश्क़ में लोग मन की बात जान लेते हैं,
अपनी मोहब्बत में ही सारा जहां पा लेते हैं,
क्या सच है यह ?
एक अरसा हुआ हमें साथ रहते,
उठते-बैठते अटूट रिश्ता निभाते,
देर से ही सही,
सुनो इश्क़ करोगे क्या ?

