सुना है!
सुना है!


सुना है तेरे चाहने वाले हजारों हैं
मैंने भी अपना नाम शामिल किया है
उनमें से किसी से दिल्लगी नहीं तो
क्या मुझसे दिल लगाने का दिल किया है!
कोई बात नहीं अगर तू कह नहीं सकती
थोड़ा सा इशारा कर पलकें झुका लेना
तिरछी निगाहों से मुझे देख देखकर
दबे हुए होठों से थोड़ा मुस्कुरा देना
सुना है तू ज्यादा शरमाती नहीं पर
मैं सामने दिखूं तो थोड़ा सा शर्मा लेना।
एक और तरीका है इजहार करने का
हकीकत नहीं तो ख्वाबों में आ जाना
बस शर्त सिर्फ इतनी सी
होगी कि
एक बार आकर तू वापस ना जाना
सुना है तू सभी के ख्वाबों में जाती नहीं
पर मेरे ख्वाबों में आ जाया कर
जो बात हकीकत में नहीं बता सकती
वो मुझे ख्वाबों में ही बताया कर।
मैं हिचकिचाहट रखूं हाथ पकड़ने में तो
तू फिर भी मेरा हाथ पकड़ कर रखना
मैं बाहों में शायद थोड़ी ढील रखूंगा पर
तू मुझे बेशक जकड़ कर रखना
सुना है तेरी पकड़ मजबूत है बहुत
जो सबकी पकड़ में आती नहीं
आना चाहें अगर किसी की पकड़ में
तो फिर वापस मुड़कर जाती नहीं।