सुबह का भुला
सुबह का भुला
गलतियां सभी करते हैं
पर हर बार एक ही गलती
दुहराना अच्छा नहीं लगता
हाँ माफी वक्त पर माँग
लेनी चाहिए
क्योंकि सुबह का भुला यदि
शाम को घर वापस आ जाए
तो उसे भुला नहीं कहते।।
माता-पिता की डाँट
बच्चों की बेहतरी के लिए होती है
कभी गुस्से में यदि
माँ डाँट दे तो बुरा नहीं मानना
हाँ माफी माँग लेना की हुई गलतियों का
माँ बाऊजी कर जरूर कर देंगे
माफ निश्चित ही
क्योंकि सुबह का भुला यदि
शाम को घर वापस आ जाए
तो उसे भुला नहीं कहते।