सत्य और शिव
सत्य और शिव
जीवन में सत्य के बिना,
कुछ भी व्याप्त नहीं है,
जहां सत्य है, वही सही है,
जहां सत्य है, शिव भी वहीं है,
हर क्षण क्षण में,
हर जीवन में,
शिव की शक्ति प्रत्यक्ष है,
हर आत्मा के भीतर वही अंतर्मन का संगीत है,
जो हर जीव को श्वासों के द्वारा प्रेरित करें,
वही शिव है, वही सत्य है,
शिव सत्य है और सत्य ही शाश्वत है,
जो शिव को सब कुछ समर्पित कर दे
वही इस जीवन में संतुष्ट हैं,
वही हर स्थिति में पूर्ण रूप से आश्वस्त हैं।
