मन का समंदर
मन का समंदर
यह मन का समंदर भी कितना शोर करता है,
कहीं और जाना चाहते हैं और यह कहीं और ले चलता है,
आओ आज इसकी लहरों के उफ़ान में खो जाएं,
यादों से कुछ खूबसूरत मोती चुन लाएं,
चलो भविष्य के बारे में कुछ सोचा जाए,
खुद को वर्तमान में खोजा जाए,
मन के तूफ़ानों का हल ढूंढ़ा जाए,
जहां यह ले जाना चाहता है वहां कुछ देर रुका जाए,
काश मन की गहराइयों को मापना आसान होता,
तो इस दुनिया में कोई परेशान ना होता।
