सृजनकर्ता..!
सृजनकर्ता..!
जीवन क्या है..?
गर्भ का पहला सप्ताह ?
या भ्रूण हत्या के बाद,
दर्शाता विचारों की संकीर्णता ?
या फिर कहे की,
पुरुषों में बरबरतक और निर्दयता ?
जीवन क्या है..?
सिर्फ एक स्त्री की ज़िम्मेदारी ?
या उसके व्यक्तित्व में,
परिवार की भी भागेदारी ?
जीवन क्या है..?
जीवन तो माँ है
माँ जो सृजन है।
और सृजन से ही,
तो परिजन हैं।