सोचा न था
सोचा न था
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सुना था मैंने वक़्त बदलते देर नहीं लगती,
चुटकी में कहाँ से कहाँ ले जाता है वक़्त,
वक़्त के साथ इंसान भी बदल जाते है,
कल तक जो अपने थे आज पराये हो जाते है,
सबका एक बार अच्छा और बुरा वक़्त आता है,
उस दौरान इंसान को इंसानियत नहीं भूलनी चाहिये,
क्या पता कब क्या हो जाये और क्या बदल जाये,
अक्सर जैसा सोचा होता है वैसा होता नहीं।