शायद यही प्यार है
शायद यही प्यार है
अपने आपको भूलकर किसी ओर में खो जाना,
शायद यही प्यार है,
अपनी परेशानियाँ छोड़कर उसके लिए परेशान होना,
शायद यही प्यार है,
अपने आँसू छुपाकर उसके लिए मुस्कुराना,
शायद यही प्यार है,
अपनी खुशियाँ छोड़कर उसकी ख़ुशियों में खुश होना,
शायद यही प्यार है,
अपने घर-परिवार से भी उसके लिए लड़ जाना,
शायद यही प्यार है,
अपने कल को छोड़कर उसके कल के बारे में सोचना
शायद यही प्यार है,
अपनों को छोड़कर परायों के साथ हँसते हँसते मिल जाने,
शायद यही प्यार है,
अपने पापा का नाम हटाकर उसके नाम के साथ जीना,
शायद यही प्यार है,