साथी हमें माफ़ कर देना
साथी हमें माफ़ कर देना
मैं माफी लायक तो नहीं हूं !
फिर भी मैं तुमसे माफी मांग रहा हूं,
मुझे माफ कर देना..
मैंने बहुत तुम्हारा दिल दुखाया है..
मगर मेरी कभी मंशा तुम्हें चोट पहुंचाने की दिल से नहीं रही है।
मैं जानता हूं तुम्हारे लिए मैं कितना मायने रखता हूं।
फिर भी मैं तुम्हें बुरा- भला कहा।
ये जानते हुए भी कि ये मृत्यु की बात या इस तरह का
कदम सोचकर ही तुम्हारे भीतर कितना दर्द महसूस होता है
तुम मुझे कभी, किसी कीमत पर नहीं खोना चाहती !
तुम्हारी तरह मैं भी तुम्हें कभी नहीं खोना चाहता..
मैंने अपने इस छोटे से जीवन में ही बहुतों को खोया
अब जब तुम उम्मीद की किरण बनकर मेरी जिन्दगी में
आयी हो तो मैं तुम्हें कभी खोना नहीं चाहता।
कभी नहीं.. कभी नहीं... कभी नहीं।
मेरे इस बात से अंदर से बहुत ठेस लगी है तुम्हें..
पर मेरा यकीन करो मेरा इरादा कभी ऐसा न रहा है.. न रहेगा।
हम नहीं चाहते हमारे अनबन पर दूसरे लोग सोचने पर मजबूर हो जाएं
कि इन दोनों के बीच ऐसा और इतना क्यूँ हो रहा..
मैं निजी जिंदगी की बात को एक-दूसरे के
अलावे किसी तक नहीं जाने देना चाहता हूं।
मैं बेइंतहा चाहता हूं तुम्हें...और तुम भी मुझे
हम कभी एक-दूसरे को खोना नहीं चाहते
साथ जीना -मरना , और सपनों सपनों की
अपरिमित ऊंचाईंया भरना चाहते हैं साथ- साथ।
मैं माफी के लायक तो नहीं..
लेकिन फिर भी मैं तुमसे माफी मांगता हूं!
मैं फिर से सबकुछ अच्छा करना चाहता हूं..
लोग पहले से ही हमारे पिछे इतना हाथ धोकर पड़े हैं ..
मैं एक-दूसरे के साथ से प्रेम को जीताना चाहता हूं।
सच्चे प्रेम की मिसाल बनकर मैं दुनिया को
प्रेम का मतलब समझाना चाहता हूं।
साथी हमें माफ कर देना..
हम फिर से सबकुछ अच्छा करना चाहते हैं।
