डेढ साल के काल की दीजिए युवा वर्ग को छूट
डेढ साल के काल की दीजिए युवा वर्ग को छूट
करता दोऊ कर जोड़कर,
आपसे विनती देश प्रधान।
सुनिए गुनिए और दीजिए,
देश के युवा वर्ग पर ध्यान।
देश के युवा वर्ग पर ध्यान,
तान है उनकी बिगड़ी।
दुष्ट कोरोना ने मार दिया,
उम्र में डेढ़ साल की लंगड़ी।
न निकली कोई बैकेंसी,
न भरा गया कोई आवेदन।
आशा में उम्र निकल गयी,
न कर पाए प्रतियोगिता भेदन।।
डेढ साल के काल की,
दीजिए युवा वर्ग को छूट।
जिससे वे पकड़ सकें,
प्रतियोगिता के हल की मूंठ।
प्रतियोगिता के हल की मूंठ,
ठूंठ न रह जाए जीवन।
मौका पाकर वे बढ़ेंगे आगे,
नाचेगा खुशियों से मन।
पाकर गये समय का मौका,
न रह जायेगी मन में टीस।
यही समय की मांग "हरी",
दीजिए मौकों की आशीष।।