संस्कार
संस्कार
हमारे संस्कार
हमारी धरोहर
हमारी संस्कृति
पावन पवित्र।
मातृ भूमि माता समान
देश हमारा हमारी जान
देशहित स्व जान कुर्बान
यही हमारी है पहचान।
बुजुर्गों की सेवा हमारा धर्म
बड़ों का मान हमारा ज्ञान
अतिथि देवो भव ,प्रभु सा मान
यही हमारी सभ्यता की पहचान।
संस्कारों की संस्कृति
है हमारी भारत भूमि
संस्कारों की है पूर्ति
हम भारतीयों की उन्नति।