और भूत की अपवाह फैलाता योगी और किसान को डराता कठपुतली बनके माला फेरता। और भूत की अपवाह फैलाता योगी और किसान को डराता कठपुतली बनके माला फेरता।
देशहित गर कुछ करना है शांतचित्त हो घर में रहो। देशहित गर कुछ करना है शांतचित्त हो घर में रहो।
23 जनवरी 1897 को अवतरित हुए, "जयहिंद" के नारे से करते रहे गुनगान। 23 जनवरी 1897 को अवतरित हुए, "जयहिंद" के नारे से करते रहे गुनगान।
मातृ भूमि माता समान देश हमारा हमारी जान मातृ भूमि माता समान देश हमारा हमारी जान
आओ एक अभियान चलाएँ , देश का सम्मान बढ़ाएँ। आओ एक अभियान चलाएँ , देश का सम्मान बढ़ाएँ।