और भूत की अपवाह फैलाता योगी और किसान को डराता कठपुतली बनके माला फेरता। और भूत की अपवाह फैलाता योगी और किसान को डराता कठपुतली बनके माला फेरता।
उनके जादू के जवाँ होने का है असर, कि ये सारा खेल रहा है पसर। उनके जादू के जवाँ होने का है असर, कि ये सारा खेल रहा है पसर।
जो बेचारा हरिराम जो बेचारा हरिराम
अब बस करो भाई रूख्सती की घड़ी बीतती जाई। अब बस करो भाई रूख्सती की घड़ी बीतती जाई।
मिटे कचोट न लेकिन फिर भी, छूट गया बचपन मतवाला। मिटे कचोट न लेकिन फिर भी, छूट गया बचपन मतवाला।
बेचारा मज़दूर हमारा, दूरी रख ना पाया है। बेचारा मज़दूर हमारा, दूरी रख ना पाया है।